अच्छे भूत की कहानी । अच्छे-अच्छे भूत की कहानी

अच्छे भूत की कहानी: नमस्कार दोस्तों! आपने भूतों की डरावनी कहानियां बहुत सारी सुनी होगी। लेकिन आज हम आपके लिए अच्छे भूत की कहानी लेकर आए हैं। एक ऐसा भूत जो लोगों की मदद करता है। आज की अच्छे भूत की कहानी से आपको अंत में एक सीख भी मिलेगी। तो आइये पढ़ते हैं अच्छे भूत की कहानी हिंदी में (अच्छे-अच्छे भूत की कहानी)-

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रोहित नाम का एक लड़का दिल्ली शहर में रहता था। रोहित को भूतों की कहानी पढ़ना बेहद पसंद था। रोहित अक्सर भूतों की कहानियां पढ़ता था। एक दिन रोहित ने पीली नदी (जो कि चीन की प्रसिद्ध नदी में से एक है) की एक भूत मि चैंग के बारे में पढ़ा। रोहित को बिल्कुल भी विश्वास नहीं था कि ऐसा भी कुछ हो सकता हैं।

उस अच्छे भूत की कहानी के अनुसार मि चैंग उस नदी में बाढ़ आने से रोकती हैं और मि चैंग मानवीय कारणों से कभी भी अपने गांव को और नदी में बाढ़ नहीं आने देती हैं। यदि कोई ऐसा करता हैं तो मि चैंग उसे अपने साथ पीली नदी में बहा कर ले जाती हैं।

रोहित को लगा कि ये सब बकवास हैं। भूत जैसा कुछ भी नहीं होता हैं और ऐसे भूत कहां होते है जो लोगों की मदद करें। लेकिन रोहित को वो अच्छे भूत की कहानी काफ़ी पसंद आ रही थी। जैसे ही रोहित ने सारी कहानी पढ़ ली।

तो रोहित को लगा की से उसे एक बार उस जगह पर जाकर मि चैंग से मिलना चाहिए। वह इस अच्छे भूत की कहानी की सच्चाई तक पहुंचाना चाहता था। अब रोहित पीली नदी के पास स्थित उस गांव में जाने की तैयारी करता है। कुछ दिन बाद रोहित पीली नदी के पास क्योंग गांव में पहुंच जाता है।

क्योंग गांव में रोहित को उन लोगों से बात चीत करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। क्योंकि रोहित को उनकी भाषा नहीं आती थी। लेकिन फिर भी रोहित हार नहीं मानता है। रोहित काफी कोशिशों के बाद वहां के कुछ लोगों से अंग्रेजी भाषा में बात करने में सफल रहता हैं।

रोहित उन्हें कहता हैं, “नमस्ते! मेरा नाम रोहित हैं। मैं भारत से आया हूं। मुझे भूतों के बारे में जानना और अच्छे भूत की कहानी की तह तक जाने में बेहद रुचि हैं। मैंने hindistories.in पर मि चैंग कि कहानी पढ़ी। मैं यहां यह जानने आया हूं कि क्या सच में मि चैंग है? उसके बारे में यहां के लोगों का क्या मानना है?”

वे लोग रोहित की बात सुनकर उसके मन में जो मि चैंग कि कहानी जानने की इच्छा है, उससे काफी प्रभावित होते हैं। वे रोहित को मि चैंग के बारे में बताने लगते हैं।

उनमें से एक मिन ली रोहित से कहता हैं, “आपने जो मि चैंग के बारे में पढ़ा है, वह सब सच है। क्योंग गांव में हम सभी मानते हैं कि यदि हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे तो मि चैंग हमें हमेशा बाढ़ से बचा लेगी। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता हैं तो हमें मि चैंग के गुस्से का सामना करना पड़ सकता हैं। मि चैंग अच्छे लोगों के लिए वरदान और बुरे लोगों के लिए एक श्राप है।”

रोहित को मिन ली की बातों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं होता हैं। रोहित को लगता है कि चीन जो इतना बड़ा देश है, वहां के लोगों में ऐसा अंधविश्वास कैसे हो सकता है? रोहित उन्हें कहता हैं कि, “यह कैसे संभव है?भूत तो लोगों से बदला लेते है, न कि उनकी मदद करते है।” मिन ली को समझ में आ जाता हैं कि रोहित ऐसे उनकी बातों पर विश्वास नहीं करेगा।

मिन ली रोहित से कहता हैं कि, “तुम मि चैंग कि कहानी जानना चाहते हो? इसका एक ही तरीका है, जिससे तुम्हें मि चैंग कि कहानी पता भी लग जाएगी और तुम्हें विश्वास भी हो जाएगा।” रोहित उन्हें देखता रहता हैं। वह उन्हें कहता हैं, “वो कैसे?”

मिन ली रोहित से कहता हैं, “जैसा कि मैंने तुम्हें बताया था कि मि चैंग बुरे लोगों को नहीं छोड़ती हैं। वह उन लोगों को अपने साथ पीली नदी में बहा कर ले जाती हैं। कल क्योंग गांव में एक बिल्डिंग डेवलपर आने वाला है जो पीली नदी के पास एक बहुत बड़ी बिल्डिंग बनाने के लिए उस नदी के आस पास के पेड़ो को काटने वाला है। वह पीली नदी को भी दूषित करने वाला है।”

मिन ली बोल ही रहा होता हैं और रोहित मिन ली को बड़े ध्यान से देख रहा होता हैं। आगे मिन ली कहता हैं, “हमें यकीन है कि मि चैंग जरूर आएगी। यदि तुम्हें मि चैंग के बारे में जानना है तो खुद मि चैंग से मिल कर उससे उसकी कहानी पूछ लेना।”

यह कहकर मिन ली वहां से चला जाता हैं। अब रोहित मिन ली की बातों के बारे में सोच रहा था। मि चैंग कि कहानी जानने के लिए रोहित पीली नदी के पास जाने का फैसला ले लेता है।

अब अगले दिन बिल्डर पीली नदी के पास पेड़ काटने के लिए कुछ मजदूरों को अपने साथ लेकर आता है तो रोहित भी वहां आकर दूर कहीं छुप जाता हैं और वहीं से सब कुछ देखने लगता हैं। वे सभी मजदूर मि चैंग से डरे हुए थे। लेकिन फिर भी वे पीली नदी के पास वाले पेड़ो को काटने के लिए चले आते है।

अब वे अपने मालिक के कहने पर पेड़ काटने के लिए हथियार उठाते हैं। जैसे ही वे ऐसा करते हैं, अचानक से वहां पर हवाऐं तेज हो जाती हैं। वहां पर एक बहुत बड़ा तूफान आने लगता हैं। सभी को ये अहसास हो जाता हैं कि मि चैंग आने वाली है। वे सभी मजदूर वहां से डर कर भाग जाते हैं।

अब रोहित देखता है कि पीली नदी से अचानक से एक सफेद कपड़ो वाली लड़की निकलती हैं। रोहित को बिल्कुल भी विश्वास नहीं होता हैं कि वो ये सब सच में देख रहा है।

वह सफेद कपड़ो वाली लड़की पीली नदी से बाहर आकर उस बिल्डर को अपने साथ खींच कर पानी में ले जाने लगती हैं। रोहित को लगने लगता हैं कि वो मि चैंग हैं। इससे पहले वह लड़की गायब हो, रोहित भाग कर पीली नदी के पास जाता हैं। वहां जाकर रोहित जोर से चिल्लाता है, “मि चैंग!”

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वह सफेद कपड़ो वाली लड़की वहीं रुक जाती हैं। वह पलट कर रोहित को देखने लगती हैं। रोहित को समझ आ जाता हैं कि वह मि चैंग ही हैं। मि चैंग रोहित के पास आकर उससे कहती हैं, “तुम कौन हो? क्या तुम भी इनके साथ हो?”

रोहित मि चैंग से कहता हैं, “नहीं…वो मैं तो यहां तुमसे मिलने आया था। मैं रोहित हूं। क्या तुम मि चैंग हो?” मि चैंग उसे कहती हैं, “हां, मैं ही मि चैंग हूं। पर तुम मुझसे क्यों मिलना चाहते थे?”

रोहित मि चैंग से कहता हैं, “मैं तुम्हारी कहानी जानना चाहता हूं।” मि चैंग यह सुनकर कुछ देर के लिए चुप हो जाती हैं। रोहित देखता है कि मि चैंग भावुक होने लगती हैं।

मि चैंग कुछ देर बाद रोहित से कहती है, “मैं मि चैंग..एक 19 साल की लड़की थी। मेरा भी एक छोटा सा सुखी परिवार था। हम भी इस पीली नदी के पास क्योंग गांव में रहते थे। हमारा परिवार भी खेती करता था। लेकिन कुछ लोगों की गलती की वजह से हम सभी मारे गए।” यह कहकर मि चैंग बेहद दुखी हो जाती हैं। रोहित उसे कहता हैं, “क्या हुआ था?”

मि चैंग बताती हैं, “पीली नदी के आस-पास की जमीन को लोगों ने खेती करने के लिए और पेड़ो को घर बनाने के लिए या खेती के करने के लिए लोगों ने काट दिया था। लोगों ने पर्यावरण का अंधाधुंध नाश किया। लोगों ने अपने घरों का कचरा भी पीली नदी में डालना शुरू कर दिया। एक दिन पीली नदी में बाढ़ आ गई।”

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मि चैंग के चेहरे पर साफ दर्द झलक रहा था। उसने आगे कहा, “इस बाढ़ से लाखों लोग मारे गए और उनमें से एक मेरा परिवार भी था। उस दिन से ही मैंने इस गांव की रक्षा करने की ठान ली। आज मरने के बाद भी मैं पीली नदी में रहती हूं और क्योंग गांव की रक्षा करती हूं। मैं पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने वाले को नहीं छोड़ती हूं।”

रोहित यह सब सुनकर बेहद दुःखी हो जाता हैं। रोहित मि चैंग से कहता हैं, “मुझे यह सब जानकर बेहद दुःख हुआ। आज से मैं तुम्हारी कहानी सभी को बताऊंगा। मैं तुमसे वादा करता हूं कि मैं पर्यावरण की रक्षा का दायित्व उठाऊंगा।” मि चैंग रोहित की बातें सुनकर बेहद प्रसन्न होती है।

मि चैंग रोहित को एक मुस्कुराहट देती हैं और गायब हो जाती हैं। रोहित वहां से वापस भारत लौट आता है। रोहित को मि चैंग कि कहानी पर अब पूरी तरह विश्वास हो जाता हैं। रोहित मि चैंग कि कहानी सभी तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है और उसने जो मि चैंग से वादा किया था, वह उसे निभाता भी है।

अच्छे भूत की कहानी से शिक्षा 

अच्छे भूत की कहानी से हमे यह शिक्षा मिलती हैं कि हमे कभी भी प्रकृति के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। यदि हम ऐसा करते हैं तो हमें बाढ़ जैसी ओर भी कई आपदाओं का सामना करना पड़ सकता हैं।

Note:- यह अच्छे भूत की कहानी एक काल्पनिक कहानी है। यह अच्छे भूत की कहानी चीन की पीली नदी में 1887 में आई बाढ़ से प्रभावित है। लेकिन इसका वास्तविकता से कोई भी संबंध नहीं है।

पीली नदी में बाढ़ नदी के तल में अत्यधिक पीली मिट्टी का स्तर बढ़ने से नदी का स्तर आस पास के ग्रामीण इलाकों से ऊपर हो गया और अचानक बारिश कारण नदी का पानी बांधो को पार कर गया और एक भयानक बाढ़ आ गई। जिसने बहुत से लोगों को बेघर कर दिया और बहुत से लोगों की जान भी ले ली थी।

Conclusion: अच्छे भूत की कहानी को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद! आपको हमारी आज की अच्छे भूत की कहानी कैसी लगी? कमेंट बॉक्स में जरूर कमेंट करके बताएं। साथ ही, आप हमारी वेबसाइट पर Hindi Stories for Kids भी पढ़ सकते हैं।

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